डर के आगे जीत है !
डर के आगे जीत है ! यदि आप कोशिश करते हैं। डर को डराओ यदि जीतना है। हार सिर्फ एक कदम है, बस चलते जाओ। हार जीत लगी रहेगी पर मंज़िल वही पाते हैं जो आगे बढ़ते हैं। जो निडर होकर आगे बढ़ते हैं और डर को डराकर सफल होते हैं।
“डर के आगे जीत है” | Fearless Motivation
अगर तुम्हारा लक्ष्य तुम्हारे अंदर आग नहीं लगा देता, अगर तुम्हारा उद्देश्य तुम्हारे अंदर उत्त्साह नहीं भरता, अगर तुम्हरा सपना तुम्हें जगाये नहीं रखता तो समझ जाओ। यह तुम्हारा लक्ष्य हैं ही नहीं। यह तुम्हारा सपना नहीं है।
अरे कामियाबी हासिल करनी है तो उठो ! लक्ष्य को पाना है तो जागो ! कब तक सोते रहोगे । अगर सपने पूरे करने है तो जागना होगा। यदि कुछ हांसिल करना है तो ज़िद्दी बनना पड़ेगा।
अगर हार से डरते हो तो किस बात का डर है तुम्हें – सफलता के रास्ते पर हार या जीत ही मिलता है तो डर किस बात का, बस आगे बढ़ता जा। ज़िन्दगी के हर एक मोड़ पर तुम्हें दर्द सहना है। यदि हार निश्चित है तो डर किस बात का, खुलके सामना करो शायद यही आपका निडर होना हार को जीत में बदल दे।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना बुरा महसूस करते हैं, या आपके आस पास के लोग आपके लिए कैसा महसूस करते हैं।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने आज कितना खोया है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी जेब खाली है या आपके पास मामूली सिक्के हैं।
अगर आपको लगता है कि आपने सब कुछ खो दिया है, तो बस याद रखें .. आपने एक चीज नहीं खोई है, और वो है आत्मविश्वास।
लोग कहेंगे तू कुछ नहीं कर सकता – तब तुम्हारे पास दो रास्ते होते हैं। या तो अपने लक्ष्य को छोड़ दो या जो बोलते हैं उन्हें बोलने दो ना। आपको उन्हें बोलकर नहीं, बल्कि करके जबाब देना है। अगर लोग तुझे तेरी कमज़ोरी बताते हैं तो तू अपनी उसी कमज़ोरी को अपनी ताकत बना ले। और आगे बढ़ते जा और जब तक कोशिश करता जा जब तक तेरे अंदर का डर तुझसे न डर जाये।
जीत गया तो यही लोग तुझे सलाम ठोकेंगे और हार भी गया तो जीतने का सबक मिलेगा, रुकना नही आगे बढ़ते जाना है। जब तक तुम नहीं चाहते तब तक तुम नहीं हारते। यदि खुद पर भरोसा है तो डर के आगे जीत है।